समसामयिक अध्ययन केन्द्र - परिचय

देश का सकारात्मक विकास तभी संभव है जब शासन और प्रशासन के तंत्र पर अपना बौद्धिक प्रभाव बनाए रखने वाला निष्पक्ष और जनहितैषी बुद्धिजीवी वर्ग समाज में अपनी सक्रिय भूमिका निभाए। इस वर्ग को इस हेतु क्रियाशील करने और विभिन्न क्षेत्रों में तीव्र गति से हो रहे परिवर्तनों को आम लोगों तक पहुँचाने के उद्देश्य से श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति में सन्‌ १९९४ मे एक विभाग के रुप मे समसामयिक अध्ययन केन्द्र की स्थापना की गई थी।केन्द्र ने समसामयिक विषयों पर अनेक व्याख्यान,गोष्ठियाँ और विचार मंथन के कार्यक्रम आयोजित किए है।

इन वैचारिक कार्यक्रमों में उभरकर आए निष्कर्षों को संबंधित विभागों, मंत्रालयों और संस्थानों तक पहुँचाकर केन्द्र ने उनके क्रियान्वयन के लिए भी प्रयास किए। समय-समय पर केन्द्र द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री चंद्रशेखर, उपप्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवानी, तत्कालीन उपराष्ट्रपति श्री कृष्णकांत, लोकसभा अध्यक्ष श्री सोमनाथ चटर्जी, मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री दिग्विजयसिंह,उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री सुश्री मायावती, सी.एस.आय.आर. के डायरेक्टर डॉ. आर. ए. माशेलकर, यू.जी.सी. के तत्कालीन निदेशक श्री अरूण निगवेकर,वैज्ञानिक डॉ. संदीप बसु,वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रभाष जोशी एवं राहुल देव सहित कई गणमान्य हस्तियों ने भाग लिया है।